लालकुआं/पंतनगर- केंद्रीय औषधि एवं सगंध पौधा संस्थान शोध केंद्र (सीमैप) पंतनगर में किसान मेले का आयोजन किया जाएगा। 8 फरवरी को होने जा रहे हैं किसान मेले में उत्तराखंड के साथ ही उत्तर प्रदेश एवं देश के अन्य क्षेत्रों से हजारों किसानों के आने की संभावना है। जानकारी देते हुए सीमैप के प्रभारी वैज्ञानिक डीआर सिंह ने बताया कि मेले में किसान वैज्ञानिक के बीच में परिचर्चा औषधीय एवं सगंध पौधों की प्रदर्शनी, गुलाब जल के निर्माण पर प्रशिक्षण, मिंट टेक्नोलॉजी का प्रदर्शन, अगरबत्ती बनाने की कला का प्रशिक्षण एवं औषधीय पौधों की पौध सामग्री की बिक्री इस मेले के प्रमुख आकर्षण रहेंगे। मेले में किसानों, उद्यमियों एवं वैज्ञानिकों के साथ क्षेत्र से जुड़े लोगों का अनूठा संगम होने वाला है जिसमें औषधीय एवं सगंध पौधों से संबंधित सभी बातों पर विस्तृत चर्चा की जाएगी। सगंध पौधों की नवीनतम कृषि एवं प्रसंस्करण तकनीकी एवं औषधीय पौधों के व्यापार पर भी इस मेले में भरपूर चर्चा होगी। मेले में किसान उच्च गुणवत्ता युक्त मेन्था की पौध सामग्री जड़ 20% छूट पर प्राप्त कर सकेंगे उन्होंने कहा कि सगंध पौधे एवं औषधीय पौधों के प्रचार प्रसार एवं इसकी खेती को बढ़ावा देने के लिए भरपूर प्रयास किए जा रहे हैं। उत्तराखंड में लगभग 6000 हेक्टेयर कृषि भूमि में औषधीय सगंध पौधों की खेती की जा रही है। उन्होंने कहा कि अभी क्षेत्र का किसान परंपरागत खेती की ओर अधिक ध्यान दे रहा है पर संस्थान के सतत प्रयासों से कुछ प्रगतिशील किसान औषधीय पौधों की खेती की ओर भी अग्रसर है। इस दौरान मुख्य रूप से सीमैप अनुसंधान केंद्र के प्रभारी वैज्ञानिक डॉ वी आर सिंह, डॉ रमेश चंद्र पडलिया, डॉ राकेश कुमार उपाध्याय मौजूद रहे।
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